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जनपद अमेठी।
एक ओर अमेठी सांसद आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर लगातार जन संपर्क में जुटी हुई हैं। चौपाल लगाकर ग्रामीणों की समस्याओं का निस्तारण करा रही हैं । वहीं सरकारी महकमा गाहे बगाहे धन वसूली का जुगाड कर ही लेता है । सरकारी अस्पतालों में दवाइयों का टोटा रहता है। मरीजों को सारी दवाइयां महंगे दामों पर बाहर से खरीदनी पड़ती हैं । डॉक्टर साहब ने नया तरीका निकाल रखा है जो दवाइयां उनके यहां उपलब्ध नही है उसके सरकारी पर्चे पर काट देते हैं और सादे पर्चे पर पुनः लिखते हैं ताकी उनके खिलाफ आवाज ना उठाई जा सके। इसी प्रकार चिकित्सा क्षेत्र में भ्रष्टाचार के घुन को पीड़िता गायत्री देवी झेल रही हैं। आयुष्मान कार्ड धारक होने के बावजूद उन्हें इलाज नही मिल रहा। सरकारी अस्पताल के चिकित्सक महोदय का कहना है कि प्राइवेट इलाज कराइए।
मिली जानकारी के अनुसार
विधान सभा गौरीगंज के विकास खंड जामो निवासी गायत्री देवी पत्नी अमर बहादुर सरोज ग्राम धनेपुर पोस्ट रेसी की रहने वाली है बच्चेदानी में गांठ की वजह से इन्हें काफी दर्द रहता है। इन्होंने इस संबंध में एक प्रार्थना पत्र जिलाधिकारी अमेठी को मिलकर के एवं पंजीकृत डाक से भी दिया था लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई इन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी सीएमओ के यहां भी दस्तक दिया था दर्द से काफी परेशान रहती हैं । पीड़िता का आयुष्मान कार्ड भी बना हुआ है लेकिन डॉक्टर का कहना है कि अभी गांठ छोटी है इसलिए आयुष्मान कार्ड से ऑपरेशन नहीं होगा। लेकिन पीड़िता के पास प्राइवेट इलाज कराने के लिए पैसा नहीं है। पीड़िता के द्वारा अमेठी की सांसद स्मृति ईरानी जी से मांग की गई है कि उनका ऑपरेशन वा कराया जाए , वह जिंदगी भर सांसद की आभारी रहेगी।
डॉक्टर का कहना है कि अभी गांठ छोटी है इसलिए जब तक बड़ी ना हो जाए आयुष्मान कार्ड के तहत इलाज नही मिल सकता। अतः इसका इलाज प्राइवेट खर्चे पर कराना होगा। जिसमे 5 0 से 60 हजार का खर्च आएगा । जो पीड़िता को स्वयं वहन करना होगा। ऐसे में अगर ऑपरेशन वा इलाज न हुआ तो पीड़िता के साथ कोई अनहोनी हो सकती है। देखना बाकी है कि अमेठी की दीदी सांसद महोदया पीड़िता की मदद के लिए आगे आती हैं या आमजन से संवाद चुनावी प्रपंच भर है।