
रवि भूषण मिश्र
Uptoday न्यूज
भ्र्स्टाचारियों के कारनामो पर दमदारी के साथ मजबूती से लगाम लगाया जायेगा – मनोज शुक्ला – जिला समाज कल्याण अधिकारी
जनपद अमेठी। गोकुल प्रसाद जायसवाल प्रधान सहायक कार्यलय जिला समाज कल्याण अधिकारी के हों रहें वीडियो वायरल को मनोज कुमार शुक्ला नें वेंवुनियाद एवं निराधार करार दिया हैं।
दर्जनों मीडिया के सवाल के जबाब में मनोज शुक्ला जिला समाज कल्याण अधिकारी जनपद अमेठी ने बात चीत के दौरान बड़ा बयान जाहिर किया हैं कि- वरिष्ठ सहायक द्वारा लगाए गए सभी आरोप गलत हैं। वरिष्ठ सहायक ने उनके नाम पर एक एन जी ओ फर्म पीड़ित से ₹50 हजार रुपये जिला समाज कल्याण अधिकारी मनोज शुक्ला के ( उनके )नाम से लिया था। जानकारी के बाद पीड़ित को शपथपत्र पर शिकायत प्रस्तुत करने के लिए कहा गया जिसका निराकरण – निस्तारण कराते हुए पीड़ित को नकद वापसी हेतु मेरे द्वारा दबाव बनाया गया,किन्तु लगातार आनाकानी करते हुए गोकुल टाल-मटोल करता रहा।पीड़ित को आनलाइन वापस करने पर अड़ा रहा,किन्तु पीड़ित अपने ₹ 50000/की नकद वापसी ही चाह रहा था।अन्ततः पीड़ित को नकद वापसी कराने के उद्देश्य से गोकुल से ₹40000/आनलाइन प्राप्त कर पीड़ित को 31दिसम्बर2024 को मैंने कार्यालय के तमाम कर्मचारियों की उपस्थिति मौजूदगी में नकद वापस करवाया जा चुका है। शेष ₹10000 की भी वसूली जल्द हीं करवाई जाएगी। उक्त बाबू की करतूत से जनपद समेत पूरा प्रदेश जग जाहिर हैं। वरिष्ठ सहायक के खिलाफ कई मामलों में भ्रष्टाचार से जुड़ी जांचें चल रही है। जांचों से बचने के लिए वह उन पर फर्जी निराधार आरोप लगा रहे हैं। पूर्व में 11 लोगों के खाते में योजना हित लाभ के दुबारा – दोहरे पैसा डाले गए थे जिसकी भी जांच चल रही है अभी हाल में ही एक मामला रेखा देवी पत्नी बांके निवासी मकदुम पुर कला शुकुल बाजार से 5000₹ पारिवारिक लाभ योजना के नाम पटल पर भुगतान हों गया पीड़ित को अभी मिला नहीं। पारस नाथ बुजुर्ग 63 वर्षीय से पेंशन लगवाने के नाम पैर दबवाया करता था।
जल्द विभागीय कार्यवाही करवाये जाने की माँग किया हैं। द्वारा लगाए गए सभी आरोप गलत हैं। वरिष्ठ सहायक ने उनके नाम पर एक एन जी ओ फर्म पीड़ित से ₹50 हजार रुपये जिला समाज कल्याण अधिकारी मनोज शुक्ला के ( उनके )नाम से लिया था। जानकारी के बाद पीड़ित को शपथपत्र पर शिकायत प्रस्तुत करने के लिए कहा गया जिसका निराकरण – निस्तारण कराते हुए पीड़ित को नकद वापसी हेतु मेरे द्वारा दबाव बनाया गया,किन्तु लगातार आनाकानी करते हुए गोकुल टाल-मटोल करता रहा।पीड़ित को आनलाइन वापस करने पर अड़ा रहा,किन्तु पीड़ित अपने ₹ 50000/की नकद वापसी ही चाह रहा था।अन्ततः पीड़ित को नकद वापसी कराने के उद्देश्य से गोकुल से ₹40000/आनलाइन प्राप्त कर पीड़ित को 31दिसम्बर2024 को मैंने कार्यालय के तमाम कर्मचारियों की उपस्थिति मौजूदगी में नकद वापस करवाया जा चुका है।शेष पैसे एक सप्ताह में भेजनें को वादा भी किया शेष ₹10000 की भी वसूली जल्द हीं करवाई जाएगी।अन्यथा पीड़ित को न्याय नहीं मिल सकता।
यदि तथ्य ठोस न होते तों बाबू से बना प्रधान सहायक बाबू कार्यालय ढ़ाई महीने बीतने के बाद अपने रागिया सुर न बदलते।उनको तत्काल शिकायत करना था।
उक्त बाबू की करतूत से जनपद समेत पूरा प्रदेश जग जाहिर हैं। वरिष्ठ सहायक के खिलाफ कई मामलों में भ्रष्टाचार से जुड़ी जांचें चल रही है। जांचों से बचने के लिए वह उन पर फर्जी निराधार आरोप लगा रहे हैं। पूर्व में 11 लोगों के खाते में योजना हित लाभ के दुबारा – दोहरे पैसा डाले गए थे जिसकी भी जांच चल रही है अभी हाल में ही एक मामला रेखा देवी पत्नी बांके निवासी मकदुम पुर कला शुकुल बाजार से 5000₹ पारिवारिक लाभ योजना के नाम पटल पर भुगतान हों गया पीड़ित को अभी मिला नहीं। पारस नाथ 63 वर्षीय बुजुर्ग से पेंशन लगवाने के नाम पर आये दिन पैर दबवाया करता था।
जल्द विभागीय कार्यवाही करवाये जाने एवं शेष 10000₹ की वसूली करवाए जाने की आला अधिकारीयों समेत निदेशक पंचायती राज समेत विशेष सचिव उत्तर प्रदेश सरकार से माँग किया हैं।