
व्यापारी वर्ग का सहयोग और संबल मेरी ताकत है: महेश सोनी
Uptoday न्यूज
सुधीर रंजन द्विवेदी
अमेठी। उत्तर प्रदेश का अमेठी जिला राजनीतिक तौर पर बेहद संवेदनशील है। बीते दो दशक से अमेठी नगर में व्यापारियों के सबसे बड़े नेता के तौर पर जिला पंचायत अध्यक्ष राजेश अग्रहरि सर्वविदित रहे हैं। आज से बीस साल पहले जिस तरह से अपने दौर के बड़े व्यापारी नेताओं को बेदखल करके राजेश अग्रहरि ने व्यापार मंडल का नेतृत्व संभाला था, लगभग उसी अंदाज में बीते दो सालों से युवा व्यापारी नेता महेश सोनी ने भी व्यापार मंडल का नेतृत्व हासिल किया है। ककवा रोड रेलवे ओवर ब्रिज निर्माण की शुरुआत से ही व्यापारियों का भरोसा अपने नेता से कम होने लगा। व्यापारियों की दुकान और मकान पर हथौड़े चले लेकिन उन्हें कोई राहत दिला पाने में तथाकथित व्यापारी सूरमा बुरी तरह फेल रहे। ककवा रोड के बड़े व्यापारिक प्रतिष्ठान इस आरओबी से अस्तित्व के लिए जूझते नजर आए। इस फ्लाई ओवर के निर्माण का आरंभ होते ही व्यापारियों का भरोसा अपने नेताओं से घटने लगा। इसके बाद यदा कदा व्यापारियों का दर्द भी मुखर होता रहा लेकिन इसका निर्णायक समय नगर पंचायत अमेठी के चुनाव मे सामने आया। जब अपने कैरियर का पहला चुनाव लड़ रहे युवा और जुझारू तेवर के महेश सोनी को व्यापारियों ने खुला समर्थन करके उन्हें तीसरे नंबर पर लाकर खड़ा किया। हालांकि भाजपा प्रत्याशी को जीत हासिल हुई किंतु महेश सोनी हारकर भी पीड़ित व्यापारियों के हीरो बनकर उभरे। इस चुनाव के बाद उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल के जिलाध्यक्ष के तौर महेश सोनी ने व्यापारियों की छोटी बड़ी समस्याओं पर मुखर होकर उनका हल तलाशने का जो सिलसिला शुरू किया, उससे प्रभावित होकर नगर के व्यापारियों का सीधा जुड़ाव महेश सोनी के साथ होता गया। इसकी बानगी महेश सोनी के नेतृत्व में संपन्न हुए व्यापारी सम्मेलन में भी दिखी जब नगर के सभी बड़े व्यापारी उसमें शामिल हुए। इसी तरह जब जिला प्रशासन ने नगर की साप्ताहिक बंदी मंगलवार को हटाकर रविवार को कर दी तो अमेठी के अधिकांश व्यापारी आक्रोशित हुए। उस समय व्यापार मंडल जिलाध्यक्ष महेश सोनी ने तत्काल एक प्रतिनिधिमंडल के साथ जिलाधिकारी निशा अनंत से मिलकर उन्हें व्यापारियों की भावना से अवगत कराते हुए पुरानी स्थिति बहाल करने की मांग की। जिसका सुफल यह हुआ कि जिलाधिकारी के निर्देश पर बाजार की साप्ताहिक बंदी पुनः मंगलवार हो गयी। इसके अलावा ककवा रोड पर बने रेलवे ओवर ब्रिज की सर्विस लेन साल भर से अधर में थी। जिससे व्यापारियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। जिलाध्यक्ष महेश सोनी के निर्देश पर नगर अध्यक्ष सोनू कसौंधन की अगुवाई में इसकी मांग ज्ञापन देकर एसडीएम अमेठी से की गयी। व्यापार मंडल की इस मांग पर सप्ताह भर में ही सर्विस लेन का बजट स्वीकृत होने से महेश की साख व्यापारियों में और मजबूत हुई। व्यापारी हितों की लड़ाई लड़ने वाले महेश सोनी ने महाकुंभ के लिए बसों से श्रद्धालुओं को प्रयागराज भेजने का इंतजाम किया। इतना ही नहीं प्रयागराज में नो एंट्री के बाद अमेठी के ठेंगहा और सहजीपुर में फंसे हजारों श्रद्धालुओं के लिए महेश सोनी ने सहयोगियों के साथ भोजन पानी आदि की व्यवस्था की। जिसकी सराहना श्रद्धालुओं के साथ साथ स्थानीय ग्रामीण भी मुक्तकंठ से कर रहे हैं। एक वरिष्ठ व्यापारी नेता ने बताया कि इतिहास खुद को दोहरा रहा है। एक जमाने में इसी तरह की परिस्थितियों में राजेश अग्रहरि का उदय हुआ था तो आज महेश सोनी व्यापारियों की उम्मीद बनकर उभरे हैं।