Uptoday न्यूज
अमेठी। एक ओर शासन की मंशा विकसित ग्राम सभा की है वहीं एक गांव ऐसा है जहां पर ग्राम प्रधान द्वारा विकास कार्य कराए जाने पर प्रभावशाली लोग आमादा फौजदारी होते हैं। इसके साथ ही प्रशासन द्वारा भी ऐसे लोगों का साथ दिया जा रहा है। ग्रामीणों के अनुसार ताजा मामला भादर ब्लॉक के ग्राम नरहर पुर का है। जहां के लगभग 36 परिवार के लोगों द्वारा पचासों वर्ष पूर्व से चले आ रहे रास्ते पर खड़ंजे के निर्माण के लिए ग्राम प्रधान से गुजारिश की । ग्राम सभा द्वारा प्रस्ताव भी पास किया गया। किंतु गांव के ही कुछ प्रभावशाली व्यक्ति अजीत कुमार पाल वा गंगाराम पाल पुत्रगण राजाराम पाल द्वारा आमादा फौजदारी होते हुए मारपीट की जाती है। जिससे प्रशासन द्वारा विकास कार्य में बाधक बन रहे बाहुबलियों की मदद के लिए खड़ंजे का निर्माण रोक दिया जाता है। ग्रामीणों की वा ग्राम प्रधान नरहर पुर धनंजय यादव की माने तो उपजिलाधिकारी अमेठी द्वारा जिलाधिकारी के आदेश के बावजूद खड़ंजे का निर्माण रुकवाया जा रहा है। जबकि ग्रामीणों के पास आवागमन के लिए अन्य कोई रास्ता नहीं है। ग्रामीणों राकेश पाल , धर्मेंद्र पाल , राम कल्प, श्याम बहादुर यादव , बृजेश यादव , कन्हैया लाल , रामकिशन , जिनेश कुमार वा श्रवण तथा दर्जनों की संख्या में ग्रामीणों ने जिलाधिकारी से रस्ते के निर्माण के लिए मदद मांगी । प्रकरण पर नायब तहसीलदार ने कहा कि पैदल रास्ता पूर्व से है। ग्रामीणों के पास अन्य कोई रास्ता नहीं है। आदेश मिलेगा तो रास्ते का निर्माण होगा। ऐसा में तो यही लगता है कि धन बालियों के सम्मुख प्रशासन नतमस्तक है।