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जनपद अमेठी। एक बार पुनः अमेठी थाना पुलिस सवालों के घेरे में है। अमेठी में मीडिया में जबर्दस्त सुर्खियां बटोरने के पश्चात हाई प्रोफाइल कार्यवाही देखने को मिली थी , मीडिया का दबाव कहें या तत्कालीन पुलिस अधीक्षक का दबदबा , दो पक्षों में हुई मारपीट में अमेठी थाना पुलिस ने एक तरफा कार्यवाही करते हुए शिव प्रताप यादव पुत्र रामबली यादव , निवासी ग्राम मटेरा गंगोली थाना अमेठी को गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया था। तहसील परिसर में हुई दो पक्षों में मारपीट में रामजस यादव सुत गया प्रसाद जो कि उसी गांव का निवासी है कि ओर से शिव प्रताप के ऊपर मुकदमा किया गया । न्याय ना होता देख शिव प्रताप यादव ने न्यायालय का दरवाजा खटखटाया जिसके पश्चात् रामजस यादव वा उसके साथी आरोपिगणों के विरुद्ध अपराध संख्या 6/2025 के तहत 115(2) , 352 , 351(3), 309(4) के तहत गंभीर धाराओं में कोर्ट के आदेशानुसार मुकदमा तो दर्ज कर लिया गया किन्तु प्रधान प्रतिनिधि का आरोप है कि कोई कार्यवाही नहीं की गई। प्रधान प्रतिनिधि ने बताया कि विपक्षी के प्रभाव में अमेठी थाना पुलिस द्वारा 20 अक्टूबर 2024 को उनके साथ रामजस वा उनके साथियों द्वारा की गई मार पीट वा छिनैती की घटना पर पीड़ित होने के बावजूद उनके ही विरुद्ध कार्यवाही की गई। कोर्ट के आदेश के बावजूद वा गिरफ्तारी की धारा लगी होने के बावजूद अब तक कार्यवाही तो दूर अमेठी थाना पुलिस ने आरोपियों को पूंछताछ तक के लिए नहीं बुलाया।
ग्राम प्रधान प्रतिनिधि ने आरोप लगाया है कि उनकी बहू प्रधानी जीती है। आरोपी पूर्व प्रधान है रंजिशन उनके ऊपर हमला किया गया , जिसमें पुलिस की भूमिका संदिग्ध है।
कोतवाल ने प्रकरण पर बयान दिया है कि विवेचना जारी है इसमें जो साक्ष्य पाये जाएंगे उसके आधार पर जो धाराएं बनती हैं उसमें अग्रिम कार्यवाही की जाएगी।