
मीनाक्षी मिश्रा
जनपद अमेठी। एक ओर शासन द्वारा गरीब तबके को पक्का आवास उपलब्ध कराने के लिए अनेक योजनाओं का क्रियान्वयन किया जा रहा है । किंतु बड़ा प्रश्न यह है कि क्या इसका लाभ पात्र व्यक्ति को मिल रहा है या भ्रष्टाचार की मार के चलते यह भी अमीरों की जद में आ गया है। ताजा प्रकरण देखने से तो यही लगता है कि पात्र व्यक्ति छप्पर के नीचे रहने को मजबूर हैं जबकि धनाढ्य व्यक्ति शासन द्वारा संचालित आवासीय योजनाओं का लाभ उठा रहे हैं। जबकि बड़ी विडंबना है कि उच्चाधिकारियों से शिकायत करने पर आरोपी कर्मी को ही जांच सौंप दी जाती है तो नतीजा आप समझ सकते हैं क्या होगा। दरअसल हम बात कर रहे हैं संग्रामपुर विकास खंड के अंतर्गत आने वाली पुन्नपुर ग्राम पंचायत की जहां के निवासी होरीलाल कोरी ने जिलाधिकारी को शिकायती पत्र देकर आरोप लगाया है कि उनके गांव में जगपति यादव नामक व्यक्ति जो कि बीसी सखी सुधा बरनवाल का नौकर है तथा बंगाल प्रांत से आया है तथा अपात्र होने के बावजूद निर्धन आवास योजना के तहत उसे आवास आवंटित किया गया है। इसके साथ ही गांव के ऐसे व्यक्तियों जिनके पास पक्का मकान है उन्हें भी आवास आवंटित किया गया है। शिकायतकर्ता के अनुसार रेखा देवी वर्तमान में कोटेदार वा पूर्व प्रधान विवेक सिंह भी निर्धन आवास की पात्रता में शामिल हैं। पूर्व में विवेक सिंह वो होरी लाल द्वारा उच्चाधिकारियों से शिकायत की गई थी तो इसकी जांच बीसी सखी वा सेक्रेटरी अजीत सिंह द्वारा की गई जिसके पश्चात धनाढ्य व्यक्ति विवेक सिंह को भी आवास आवंटित कर दिया गया जबकि छप्पर के नीचे गुजर बसर कर रहे होरी लाल की कहीं कोई सुनवाई नहीं हुई । जिसके बाबत होरी लाल द्वारा पुनः जिलाधिकारी को शिकायती प्रार्थना पत्र दिया गया है। उसके अनुसार धनाढ्य व्यक्ति को दूसरे के मकान के सम्मुख खड़ा कर फोटो खींच कर पात्रता की सूची में शामिल किया गया है ।